इल्तुत्मिश
- इल्तुतमिश दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक कहलाता है
- इल्तुतमिश का शासनकाल 1210 ई0 से 1236 ई0 तक 26 वर्ष तक रहा
- यह कुतुबुद्दीन ऐबक का दामाद एवं गुलाम था
- दिल्ली का सुल्तान बनने से पहले इल्तुतमिश बदायूँ का सूबेदार था
- इल्तुतमिश का पूरा नाम शम्स-उद-दीन इल्तुतमिश था इसके माता पिता मध्य एशिया के इल्बारी कबीले के तुर्क थे
- इल्तुतमिश ने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया इल्तुतमिश दिल्ली सल्तनत का पहला शासक था जिसने दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया
- इल्तुतमिश ने चालीस अमीर सरदारों का एक दल ‘तिर्कान-ए-चहलगानी बनाया
क्या है इक्ता प्रणाली
- इल्तुतमिश ने ‘इक्ता’ प्रणाली प्रारम्भ की इक्ता का अर्थ है – धन के स्थान पर तनख्वाह के रुप में भूमि प्रदान करना
सिक्के जो इल्तुतमिश ने चलवाये
- इल्तुतमिश पहला तुर्क शासक था ,जिसने शुध्द अरबी सक्के चलवाये
- इल्तुतमिश ने चाँदी के ‘टका’ तथा ताँबे के ‘जीतल’ का प्रचलन किया व दिल्ली टकसाल की स्थापना करायी
इमारतें जो इल्तुतमिश ने बनवायीं
- भारत में पहला मकबरा इल्तुतमिश ने बनवाया इस ने दिल्ली में स्वयं के मकबरे का भी निर्माण कराया ,जो स्र्किच शैली में बना भारत का पहला मकबरा माना जाता है
- कुतुबमीनार को इल्तुतमिश ने पूरा कराया व अजमेर की मस्जिद का निर्माण कराया
- इल्तुतमिश को भारत में ‘गुम्बद निर्माण का पिता’ कहा जाता है उसने सुल्तानगढी का निर्माण कराया
- इल्तुतमिश ने बदायूं में हौज-ए-खास (शम्सी ईदगाह) का निर्माण कराया
इल्तुतमिश के द्वरा लडे गये युद्ध
- इल्तुतमिश ने तुर्की-राज्य को मंगोल आक्रमण से बचाया
- इल्तुतमिश ने 1226 ई0 में बंगाल पर विजय पाकर बंगाल को दिल्ली सल्तनत का इक्ता (सूबा) बनाया
- इल्तुतमिश ने 1226 ई0 में रणथम्भौर जीता तथा परमारों की राजधानी मंदौर पर अधिकार कर लिया
- इल्तुतमिश की सेना हश्म-ए-कल्ब या कल्ब-ए-सुल्तानी कहलाती थी
- इल्तुतमिश के काल मे मंगोलों ने चंगेज खाँ के नेतृत्व में भारत पर आक्रमण किया
इल्तुतमिश के दरबार को विभूषित करने वाले विद्वान
- इलतुतमिश का प्रधानमंत्री निजामुल मुल्क जुनैदी था, जो प्रसिध्द विद्दान था
- इल्तुतमिश के दरबारी लेखक का नाम मिन्हाज-उस-सिराज थ, जिसने प्रसिध्द ग्रंथ तबकाते-नासिरी की रचना की
इल्तुतमिश की मृत्यु
- बयाना पर आक्रमण करने जाते समय इल्तुतमिश रोगग्रस्त हो जाने के कारण 30 अप्रैल 1236 ई0 में उसकी मृत्यु हो गयी