भारत के पर्वत

भारत के पर्वत

भारत के पर्वत

अरावली पर्वत श्रृंखला

  • इसकी सीमा गुजरात से शुरू होकर राजस्थान, हरियाणा होकर दिल्ली तक जाती है।
  • भारत की नहीं पूरे विश्व की प्राचीनतम पर्वत श्रृंखलाओं में से एक है।
  • अरावली पर्वत श्रृंखला की लम्बाई 692 कि०मी० है।
  • अरावली पर्वत श्रृंखला की औसत ऊँचाई 920 मी० है।
  • चौड़ाई गुजरात की तरफ अधिक एवं दिल्ली की तरफ घटती है।
  • इसका उच्चतम शिखर गुरुशिखर जिसकी ऊँचाई 1722 मी० है, राजस्थान के सिरोही जिले में माउंट आबू के पास स्थित है।
  • उदयपुर में अरावली पहाड़ियों को जग्गा पहाड़ियों के नाम से जानी जाती है।
  • अलवर के पास इन्हे हर्षनाथ की पहाड़ियों के नाम से जाना जाता है।
  • दिल्ली में दिल्ली पहाड़ियों के नाम से जाना जाता है
  • दिल्ली में राष्ट्रपति भवन रायशेला पहाड़ियों पर है। यह पहाड़ीयां भी अरावली पहाड़ियों का ही अंग है।
  • कई प्रकार के खनिज पाये जाते है। जैसे शीशा, तांबा एवं जस्ता ।
  • इस पर्वत श्रृंखला की अन्य महत्वपूर्ण चोटियां है।

               सेर 1597 मी०, माउंट आबू के पास सिरोही जिले में।

               रघुनाथ गढ़ – 1055 मी०, सीकर राजस्थान में।

              अचलगढ़ 1380 मी०, सिरोही जिले में।

               दिलवाड़ा – 1442 मी०, सिरोही जिले में, यहीं पर एक जैन मंदिर भी है।

विंध्याचल पहाड़ियां

विंध्याचल पहाड़ियों की भौगोलिक स्थिति इस प्रकार है-

  • मालवा के पठार के दक्षिण में।
  • सोन नदी के उत्तर में।
  • गुजरात तथा राजस्थान की सीमा के पूर्व में।

गुजरात से शुरु होकर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तथा बिहार तक जाती है।

  • भारनेर की पहाड़ियां- मध्य प्रदेश में।
  • केमूर-उत्तर प्रदेश, बिहार तथा मध्य प्रदेश में।
  • पारसनाथ झारखण्ड में।

विंध्याचल पर्वत श्रृंखला की कुल लम्बाई 1050 कि०मी० (कैमूर पहाड़ियों को मिलाकर) है।
विंध्याचल पर्वत श्रृंखला की औसत ऊँचाई 300-600 मी० है।
विंध्यांचल पर्वत श्रृंखला का सबसे उच्बतम बिन्दु सदभाठना शिखर है। मध्य प्रदेश में भारनेर पहाड़ियों का हिस्सा है।

सतपुड़ा पहाड़ियां

सतपुड़ा पहाड़ियों के उत्तर में नरमदा नदी बहती है, तथा दक्षिण में तापती नदी बहती है। दोनों ही भ्रंश घाटियों में बहती है।
सतपुड़ा की पहाड़ियों को तीन भागों में बाँटा जाता है।
    राज पीपला पहाड़ियां ।
    महादेव की पहाड़ियां ।

  • सतपुड़ा की पहाड़ियों का सबसे उच्चतम बिंदू धूपगढ़ इसी का हिस्सा है।
  • धूपगढ़ की चोटी पंचमड़ी नगर के पास स्थित है।
  • तापती नदी का स्रोत भी महादेव की पहाड़ियों ही हैं।

मैकाल की पहाड़ियां।

  • अमरकंटक जहां से नर्मदा एवं सोन नाम की दो नदियां निकलती है. इसी मैकाल की पहाड़ियों की हिस्सा है।
  • अमरकंटक ही मैकाल की पहाड़ियों का उच्चतम बिंदू भी है इसकी ऊंचाई 1036 मी० है।

पूर्वोत्तर की पहाडियां

ये पहाड़ियां हिमालय पर्वत का ही हिस्सा है।
ये पहाड़ियां मुख्यतः पांच राज्यों में बटी हुयीं हैं मेघालय, असम, नागालैण्ड, मणिपुर एवं मिजोरम
मेघालय में है गारो, खासी और जयन्ती

  • जयन्ती पहाड़ियों का कुछ भाग असम में भी आता है।

पटकायी इम- असम, नागालैण्ड, मणिपुर एवं मिजोरम में फैली हुयी है।

  • पटकायी बूम पर्वत श्रेणियों को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है।
  • नागालैण्ड में नागा पहाड़ियों।
  • मिजोरम में लुशाई पहाड़ियां ।

हिमालय पहाड़ि‌यों के म्यांमार में पड़ने वाले हिस्से को अराकान योमा कहा जाता है।

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